Wednesday, February 16, 2011

गीता ध्यान

जब तीसरी आँख पर ऊर्जा केन्द्रित हो ------
तब क्या होता है ?

उसके लिए स्त्री - पुरष अलग - अलग नहीं दीखते
तीसरी आँख पर जिसकी ऊर्जा केन्द्रित हो .....

उसको सम्पूर्ण ब्रह्मांड एक परिवार सा दिखता है ॥
उसको सम्पूर्ण ब्रह्माण्ड में जोहो रहा है वह दिखनें लगता है ॥
वह सब कुछ का ज्ञाता होता है ॥

अब आप देखिये कुछ लोगों को जैसे -----
एडगर कायसी
रामानुजन अयिंगार
अल्बर्ट आइन्स्टाइन
कायसी अनेक ला इलाज लोगों को ठीक किया जबकि वे चिकित्सक न थे और जब उनका ध्यान तीसरी आंख
पर केन्द्रित होता था तब उनको वह दवा नजर आनें लगती थी जो उस मर्ज की परम दवा होती थी ।
अमेरिका में लोगों को ताजुब होता था की कायसी यह सब कैसे करते थे ?
लेकीन कायसी करते नहीं थे , उनको तो प्रभु प्रसाद रूप में यह योग्यता मिली हुयी थी ।

रामानुज मात्र दसवीं पास थे और कम्ब्रिज विश्वविद्यालय में प्रोफ़ेसर हार्डी के हाथ न्यूमरोलोजी के
वैज्ञानिक थे और प्रोफ़ेसर हार्डी रामानुज को अपनें से दस गुना अधिक बुद्धिमान समझते थे ।
दसवीं पास ब्यक्ति FRS हो , ऐसा संभव नहीं लेकीन रामानुज अपनें विशेष प्रतिभा के आधार पर FRS
हुए थे । रामानुज जब प्रश्न सुनते थे तब उनकी आँखों की पुतलियाँ ऊपर उठानें लगती थी और
प्रश्न समाप्ति तब उनको उस प्रश्न का उत्तर मालूम हो जाता था वह भी बिना कागज़ - कलम प्रयोग किये ।

प्रोफ़ेसर आइंस्टाई को आज से सौ साल पूर्व ......
बिना गणित ----
बिना विज्ञान ----
ब्रह्माण्ड में जो कुछ भी देखा वैज्ञानिक आज उनको पकडनें में कामयाब हो रहे हैं लेकीन प्रश्न यह है की ....
उनको उस समय यह सब कैसे दिखा ?
सन उन्न्निश सौ तीस तक उनको जो कुछ भी दिखा वे उसको सिद्ध करनें में बाकी अपना जीवन लगा दिए ,
लेकीन पूर्ण रूप से सफलता उनको न मिल पायी थी क्यों की ......
उस समय तक विज्ञान बाल्यावस्था में था ॥
तीसरी आँख का ध्यानी -----
जितना अच्छा होता है उतना ही खतरनाक भी ......
वह जब चाहे जिसको चाहे अपने वश में कर सकता है .....
वह जिस से जो चाहे वह कहवा सकता है .....
वह अपने इशारे पर किसी को चला सकता है .....
वह किसी को मृत्यु दिखा सकता है .....
वह किसी को इलानें वाली सपत्ति को भी दिखा सकता है .....
ऐसा समझिये की ------
तीसरी आँख पर जब ऊर्जा केन्द्रित हो जाती है तब वह ब्यक्ति ......
यातो प्रभु में जा मिलता है ....
या अपनी ऊर्जा का गलत प्रयोग करके अपनें को नरक में ले जाता है ॥

===== ॐ ========

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