Monday, February 7, 2011

गीता - ध्यान

भाग - 10

जीवात्मा का सम्बन्ध पांच ज्ञान - इन्द्रियों एवं मन के माध्यम से
देह के बाहर स्थित
पांच बिषयों से होता है ॥ गीता - 15.9

यहाँ गीता के इस सूत्र से हम कुछ सरल ध्यान बिधियों को देनें का प्रयत्न कर रहे हैं
जिनमें से किसी एक को आप
अपना कर गीता मय हो सकते हैं ॥
पांच ज्ञानेन्द्रियों में आँख एक ऎसी इन्द्रिय है जिस के माध्यम से मनुष्य की ऊर्जा का लगभग 80% भाग
प्रयोग किया जाता है । आज हम यहाँ दृष्टि - बिषय - ध्यान की एक सरल बिधी देखनें जा रहे हैं , उम्मीद है
आप को यह बिधि अपनी ओर अवश्य खीचेंगी ॥
Object - Eye and Mind coordination Meditation
बिषय - आँख और मन सम्बन्ध - ध्यान
आप को अपनी ऊर्जा इस बात पर रखनी है की आप अपनी आँख के माध्यम से क्या देख रहे हैं ?
कितनी देर तक उसे देखते हैं ?
और
वह आप के मन में किस तरह की लहर उत्पन्न करती है ?
और क्यों उत्पन्न करती है ?
जब आप की दृष्टि उस बिषय से हटती है तब -------
आप सोचिये की ......
आप के अन्दर उस बिषय के प्रति जो भाव उठ रहा है , वह आप को प्रकाशित करेगा या
अन्धकार में ले जानें वाला है ॥
कोई जल्दी करनें की जरुरत नहीं है , एक दिन में केवल एक बार ऐसा करके देखिये ।
दिन में आप हजारों बिषयों को देखते हैं .....
उनके सम्बन्ध में हजारों बिचार आप के मन में उठते हैं ......
उन बिचारों में से एक को एक दिन आप ध्यान में बदलनें की कोशिश करें
क्या पता
यही ध्यान आप को परम सत्य तक पहुँचा दे ॥

==== ओम =====

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