Wednesday, September 4, 2013

भागवतकी एक झलक

●● एक झलक ●●
श्रीमद्भागवत से कुछ बातें आपके सामनें हैं , इनको देखें और अपनें मूल को पहचानें ।
1- श्राद्ध देव मनु को 10 पुत्र थे जिनमें इक्ष्वाकु सबसे बड़े थे ।
2- इक्ष्वाकु के 100 पुत्रोंमें विकृत बड़े थे ।
3- इक्ष्वाकु बंश में 18वें राजा को  कोई पुत्र न हुआ , उनकी पुत्रीसे मान्धाता पैदा हुए ।
4- आगे इक्ष्वाकु कुल पुत्रीके कुलसे चला ।
5- इक्ष्वाकु कुलके 27वें राजा हरिश्चंद हुए ।
6- सगर इस कुलके 36वें राजा थे ।
7- भागीरथ 40वें राजा हुए ।
8- 56वें राजा रघु थे और दशरथ 58वाँ सम्राट थे । 9- इस बंश में 86 वां बंसज था तक्षक ।
10- तक्षक परीक्षितको डसा था ।
11- इस बंशका आखिरी बंसज सूरत 110वाँ बंसज होगा फिर सूर्य बंशका अंत हो जाएगा ।
12- इस बंशका 79 वाँ है मरू जो सिद्ध योगीके रूप में आज भी कलाप नामक गाँव में अदृश्य रूपसे है और सूर्य बंशके अंत होने पर इस बंशको पुनः चलाएंगे।
~~~ ॐ ~~~

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