Tuesday, April 3, 2012

गरुण पुराण अध्याय पांच भाग दो

कैसे पता चले की कौन सा ब्यक्ति कौन सा पाप किया है ? अर्थात पापियों की पहचान बताते हुए प्रभु श्री विष्णु भगवान आगे कह रहे हैं ----------

  • विष देनें वाला पागल होता है

  • किसी के घर में आग लगाने वाला गंजा होता है

  • किसी के विवाह में बिघ्न डालनें वाले का होंठ कटा होता है

  • पुस्तक चुराने वाला जन्मांध होता है

  • रत्नों की चोरी करनें वाला नीच कुल में जन्म लेता है

  • सोना चुरानें वालों के नाख़ून खराब होते हैं

  • धातु-चोर निर्धन होता है

  • अन्न चुरानें वाला चूहा बनता है

  • जल – चोर चातक बनता है

  • विष – चोर बिच्छू बनता है

  • पौधों के पत्तों का चोर मोर बनाता है

  • गंध वाली वस्तुओं का चोर छछूंदर बनता है

  • शहद का चोर मक्खी बनता है

  • मांस – चोर गीद्ध बनता है

  • नमक – चोर चीटी का जन्म पाता है

  • फल – चोर बन्दर बनता है

  • घास – कपास का चोर भैस होता है

    =====ओम्======



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