Wednesday, November 12, 2014

कुरु और कुरुक्षेत्र भाग - 1

# भागवत के आधार पर # 
** भागवत : 6.16 ** 
1- भागवत :5.16 : जम्बू द्वीप का भूगोल > 
1.1 : जम्बू द्वीप का केंद्र है - इलाबृत वर्ष जिसके उत्तर में क्रमशः रम्यक , हिरण्य वर्ष और उसके उत्तर में कुरु को दिखाया गया है । 
1.2 : इलाबृत वर्ष के दक्षिण में क्रमशः हरिवर्ष , किम्पुरुष और भारत वर्ष हैं । 
1.3 : किम्पुरुष और भारतवर्ष के मध्य है , हिमालय पर्वत । 
1.4 : इलाबृत के मध्यमें है मेरु पर्वत जिसके ऊपर ब्रह्मा की सुवर्ण पुरी है और गंगा वहीँ उतरती हैं । गंगा उतरते ही चार धाराओं में विभक्त हो जाती हैं । उत्तर भद्रा नामसे गंगा कुरु वर्ष से होती हुयी सीधे उत्तरी सागर से मिलती है। गंगा की दक्षिणी धारा को मंदाकिनी कहते हैं जो हरी वर्ष किम्पुरुष वर्ष और हिमायल से होती हुयी भारत वर्ष से सागर में जा मिलती है । इसी प्रकार गंगा की पूर्वी धारा को सीता और पश्चिमी धारा को चक्षु कहते हैं । 
1.5 <> इस प्रकार उत्तर कुरु साइबेरिया का उत्तरी भाग होना चाहिए । 
~~~ ॐ ~~~

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