# भागवत स्कन्ध - 9.23 से #
<> चन्द्रबंशी पुरुरवा और उर्बशीके 06 पुत्रों में एक आयु थे और अनु आयुके पौत्र ययातिके पुत्र थे । अनुके बंश में अनुके बाद पांचवें बंशज हुए बलि । बलिके बंश में बलिके पुत्र अंग से आगे चौथे बंशज हुए चित्ररथ अर्थात चित्ररथ ययाति से आगे 10 वें बंशज थे ।
* चित्ररथ अयोध्या नरेश दशरथके मित्र
थे ।दशरथ अपनीं पुत्री शांताको चित्ररथको गोद देदिया था जबकि उनको अपनी कोई और औलाद न थी।शांता कौशल्या की पुत्री थी
* चित्ररथ शांताका ब्याह ऋष्यश्रृंगके साथ कर दिया । ऋष्यश्रृंगका जन्म ऋषि विभान्दक द्वारा एक हिरनीके गर्भ से हुआ था ।
~~~ श्री राम ~~~
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