Friday, December 10, 2021

गीता अध्याय - 9 की एक झलक

 


श्रीमद्भगवद्गीता : अध्याय - 9

गीता अध्याय : 09 के आकर्षण👇

💐 गीता अध्याय - 8 में श्लोक : 1 - 2 के माध्यम से अर्जुन के प्रश्न के उत्तर में प्रभु श्री के  71 श्लोक हैं ( श्लोक : 8.3 से श्लोक : 10.11) और इस प्रकार अध्याय : 09 इस उत्तर का एक अंश है ।

🌷प्रभु अपनें 34 श्लोकों में से 32 श्लोकों के माध्यमसे 65 उदाहरण दे कर बता रहे हैं कि मुझे इनमें देखो , ये सब मैं ही  हूँ।

अनन्य भक्ति , मुक्ति - मार्ग है । 

  दैवी और आसुरी प्रकृति के लोगों के सम्बन्ध में  गीता अध्याय : 16 जैसी बातें बताई गई हैं ।

🌷कोई हर पल दुराचारी नहीं रहता , कभीं उसमें सत् भाव भी भरता ही है । 

मैं ( प्रभु श्री कृष्ण ) सबमें समभाव से हूँ ।

◆  मेरा कोई प्रिय - अप्रिय नहीं ।

पूजाके प्रकार 

1 -  देव पूजन

2 -  पितर पूजन

3 -  भूत पूजन

4  प्रभु पूजन

◆ जो जिसे पूजता है , वह उसे ही प्राप्त करता है ।

~~◆◆ ॐ◆◆~~

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