धर्म के सम्बन्ध में महर्षि पतंजलि अपनें विभूति और कैवल्य पाद में जो कह रहे हैं , उसे आपन्याहं दो स्लाइड्स में देख सकते हैं ।
# धर्मी के बिना धर्म की कोई सत्ता नहीं
# धर्म समायाधीन हैं
# कोई धर्म ऐसा नहीं जो तीन गुणों से प्रभावित न हो
और इस प्रकार की बातों को आप देखें , यहाँ ⬇️
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