परिचय
- श्रीमद् भागवत पुराण 18 खण्डों में विभक्त है
- युद्ध 18 दिनों तक चला था
- युद्ध में 18 [ 11 कौरव पक्ष + 07 पांडव पक्ष ] अक्षवनी सेनाएं भाग ली थी
- गीता 6वें खंड - भीष्म खंड [ 25 से 42 तक ] में दिया गया है
- गीता में 18 अध्याय हैं
- दोनों पक्षों से कुल 3,936,600 सैनिक इस में भाग लिए थे
- 08 लोग पांडव पक्ष से और 04 लोग कौरव पक्ष से जीवित बचे थे
- लगभग 21870 लोग प्रति दिन मारे जा रहे थे
- पांडव पक्ष :
- द्वारका , काशी , कैकेय का एक भाग , मगध , छेदी , पांड्या , मथुरा का यदु कुल
- कौरव पक्ष :
- Pragjotish,Matsya , Anga , Part of Kaikeya , sindhu desh , Maheshmati , Avanti , Gandhara , Balika , Kamboja ,Yavanas , Sakas , Tusharas .
- उस समय भारत भूमि पर 16 महाजन पद थे जिस=नके बारे में आगे चल कर देखा जाएगा
आज इन बातों पर ध्यान करें
=== ओम् ====
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