गुर
मुखि नादं गुर मुखि वेदं
गुर
मुखि रहिआ समाई
गुरु
ईसरु गुरु गोरखु वरमा
गुरु
पारबती माई
आदि
गुरु श्री कह रहे हैं …...
- गुरु मुख में नाद है .....
- गुरु मुख में वेदों का रहस्य है .....
- गुरु मुख में ही सब समाया हुआ है .....
- गुरु ईश्वर है .....
- गुरु शिव है .......
- गुरु ब्रह्मा है ....
- गुरु विष्णु है ...
- और गुरु ही माँ पारवती है
लेकिन गुरु कौन है
?नानकजी साहिब इस सम्बन्ध में कहते हैं----- - पंचा का गुरु केवल ध्यानुआज इतना ही .....
=एक ओंकार
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