गीता अमृत बचन
ओम शांति ओम में गीता के दो सौ अमृत बचनों को यहाँ दिया जा रहा है जो साधना - श्रोत का काम करते हैं इस श्रृंखला में यह अगला सूत्र चौबीसवाँ सूत्र है ,
आइये देखते हैं इस सूत्र को ----------------
गीता सूत्र – 4.41
सूत्र कहता है … ...................
जिसके कर्म में ------
[क]कोई चाह न हो
[ख]संदेह रहित कर्म हो
वह कर्म करनें वाला -------
[क] कर्म – बंधन मुक्त होता है
[ख] संन्यासी होता है
[ग] ज्ञानी होता है
Here Gita says -----------
Action without desire and doubt is the action of …........
[a] A saint
[b] A man established in wisdom
and …
such man is not dependent on his action .
========= om ===========
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