श्रीमद्भागवत पुराण से
यहाँ इस स्लाइडके माध्यमसे प्रभु श्री कृष्णके वचनको भागवतसे लिया गया है । इसे आप ध्यानका माध्यम बनाया सकते हैं ।
भोग - जीवन में भोग तत्त्वों जैसे आसक्ति , कामना , काम , क्रोध , लोभ , मोह ,भय , आलस्य और अहंकार आदि से गुथे फंदे में हम लोग फसे हुए हैं । ऐसा भोगी , सत्य को असत्य और असत्य को सत्य समझते हुए फंदे से निलकने की कोशिश करता है , वह उसमें और उलझता चला जाता है।
// ॐ //
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