नरक में पहुंचे पापी जीवों को महाप्रलय तक नरक में यातनाओं को भोगना होता है
और
प्रलय के बाद भी वे पुनः नरक में ही उत्पन्न होते हैं
नरक वासियों को यमराज की आज्ञा से पुनः पृथ्वी पर स्थावर आदि की योनियों
में पैदा होना होता है
स्थावर – योनि में अचल सूचनाएं आती हैं जैसे बृक्ष , गुल्म , लता , बेल . पर्वत आदि /
पापी जीव धीरे-धीरे एक के बाद एक योनियों के गुजरता हुआ चौरासी लाख योनियों को पार करके मनुष्य की योनि में आता है/
गरुण पुराण अध्याय चार का समापन
====ओम्====
No comments:
Post a Comment