Thursday, December 1, 2011

उत्तर प्रदेश का सोनभद्र जिला

उत्तर प्रदेश के पूर्वांचल का यह भाग जिसे सोनभद्र नाम से आज जाना जाता है , यहाँ के कोगों की मानसिकता को देखते हुए ऐसा नहीं लगता की अभी हम 21 वीं शताब्दी में हैं / यहाँ जो कुछ भी खराब होता है उसका कारण भगवान होता हा और जो भी अच्छा होता है वह यहाँ के लोगों की अपनी देंन होता है / वाराणसी से लगभग सौ किलो मीटर दूर सों नदी से लगा हुआ सोनभद्र जिले में वे लोग आमंत्रित हैं जो इस देश के भाग्य का ब्लू प्रिंट दिल्ली एवं लखनऊ में बैठ कर बनाते रहते हैं और ऐसे मनोवैज्ञानिक जो हार्वर्ड एवं MIT जैसे संस्थानों में बैठे हुए है एवं ऐसे चिकित्सक जो बड़े - बड़े शहरों में अपना दामन फैलानें एन जुटे हुए हैं / यहाँ के चाहे यूनिवर्सिटी स्तर के शिक्षा प्राप्त लोग हों या गाँव के अनपढ़ लोग , मनोविज्ञान की नज़र में सभीं एक से ही दिखते हैं / यहाँ सभीं चाहे कोई अमीर हो या गरीब सभीं के दिमाक ई सोच एक जैसी होती है / यहाँ ब्रह्म , देवी - देवता , भूत – प्रेतों की ऎसी चर्चा होती रहती है जैसे ये सभीं यहाँ के लोगों के परिवार के संग – संग रहते हों / आज भी इस वैज्ञानिक युग में यहाँ का एक मुख्य शहर Roberts ganj जो जिला मुख्यालय है वहाँ सीवरेज नहीं है , पानी नहीं है , सड़कें न के बराबर हैं और अगर कुछ है तो बिगड़ती हुयी नयी पीढ़ी और तम्बाकू - पान जैसे पदार्थों का बढ़ता हुआ सेवन / यहाँ की स्थिति को देखते हुए यह कहना की भारत चाँद पर पहुँच चुका है ऐसा लगता है जैसे अपनें ही गाल पर तमाचा मारना /

आप यदि राज नेता हैं

आप यदि पत्रकार हैं

आप यदि देश की स्थिति को समझना चाहते हैं

आप यदि परमात्मा को देखना चाहते हों दरिद्र अवतार में

तो

आप यहाँ सादर आमंत्रित हैं


=====ओम्======